Repo Rate: रेपो रेट तो घटा… लेकिन आपकी EMI नहीं! जानिए इस गेम का असली खेल

भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) द्वारा Repo Rate में कटौती की घोषणा अक्सर उधारकर्ताओं के लिए राहत की खबर होती है, क्योंकि इससे उम्मीद होती है कि उनकी EMI (समान मासिक किस्त) कम होगी। लेकिन क्या वास्तव में ऐसा होता है? कई बार रेपो रेट घटने के बावजूद आपकी EMI में कोई बदलाव नहीं आता। आइए समझते हैं कि ऐसा क्यों होता है और आपको क्या कदम उठाने चाहिए।

रेपो रेट क्या है और इसका आपकी EMI से क्या संबंध है?

रेपो रेट वह दर है जिस पर RBI वाणिज्यिक बैंकों को अल्पकालिक ऋण देता है। जब RBI रेपो रेट कम करता है, तो बैंकों के लिए धन उधार लेना सस्ता हो जाता है, जिससे वे कम ब्याज दरों पर ऋण दे सकते हैं। सिद्धांत रूप में, इसका मतलब है कि आपकी होम लोन या अन्य ऋणों की EMI कम होनी चाहिए। लेकिन वास्तविकता में, यह तत्काल नहीं होता।

EMI तुरंत क्यों नहीं घटती?

बैंकों द्वारा ब्याज दरों में बदलाव करने की प्रक्रिया कई कारकों पर निर्भर करती है:

  1. लिक्विडिटी की स्थिति: यदि बैंक के पास पर्याप्त तरलता नहीं है, तो वे रेपो रेट कटौती का पूरा लाभ ग्राहकों तक नहीं पहुंचाते।
  2. ऋण की प्रकार: यदि आपका ऋण मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट (MCLR) से जुड़ा है, तो ब्याज दरों में बदलाव धीमा होता है। एक्सटर्नल बेंचमार्क लेंडिंग रेट (EBLR) से जुड़े ऋणों में यह बदलाव तेज़ी से होता है।
  3. रीसेट अवधि: अधिकांश फ्लोटिंग रेट लोन की ब्याज दरें पूर्वनिर्धारित अंतराल (जैसे 6 महीने) पर रीसेट होती हैं। यदि रेपो रेट कटौती आपकी रीसेट अवधि के बीच में होती है, तो आपको अगले रीसेट तक इंतजार करना पड़ सकता है।

क्या करें जब EMI में कमी नहीं हो रही हो?

यदि रेपो रेट कटौती के बावजूद आपकी EMI में कोई बदलाव नहीं आया है, तो निम्नलिखित कदम उठाएं:

  1. बैंक से संपर्क करें: अपने बैंक से पूछें कि रेपो रेट कटौती का लाभ आपके ऋण पर कब और कैसे लागू होगा।
  2. ऋण पुनर्वित्त (रीफाइनेंसिंग) पर विचार करें: यदि आपका बैंक ब्याज दर कम नहीं कर रहा है, तो आप दूसरे बैंक से कम ब्याज दर पर ऋण लेने और पुराने ऋण का भुगतान करने पर विचार कर सकते हैं।
  3. क्रेडिट स्कोर सुधारें: अच्छा क्रेडिट स्कोर होने पर आपको कम ब्याज दरों पर ऋण मिल सकता है। अपने क्रेडिट स्कोर को सुधारने के लिए समय पर भुगतान करें और अनावश्यक ऋण न लें।
  4. ऋण समझौते की शर्तें जांचें: अपन ऋण समझौते की शर्तों को ध्यान से पढ़ें ताकि आप समझ सकें कि ब्याज दरें कैसे और कब समायोजित की जाती हैं।

Conclusion- Repo Rate

Repo Rate में कटौती का लाभ सीधे आपकी EMI में तुरंत नहीं दिख सकता है। यह बैंक की आंतरिक नीतियों, ऋण की शर्तों और अन्य कारकों पर निर्भर करता है। सक्रिय रहें, अपने बैंक से संवाद करें, और उपलब्ध विकल्पों पर विचार करें ताकि आप अपने ऋण पर कम ब्याज दर का लाभ उठा सकें।

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